आपका साथ अगर नहीं होता
खुबसूरत सफर नहीं होता
सिर्फ़ हैवानियत ही रह जाती
जज्ब -ए-इश्क़ अगर नहीं होता
पूजता चाँद को भला कोई
खुबसूरत अगर नहीं होता
आसमान है ज़मीन है लेकिन
हर फ़कीरों का घर नहीं होता।
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